लुटेरा -- एक कविता |


सारी शिकायतें मिटाने लगी. . .



अब कुछ  माँगना बचा नहीं. . .




घर में बसाया लुटेरा,
पर वफ़ा परिंदों भी जानते,
 सदियों की शिकायतें मिटाने लगी,
किसीको माँगना अब कुछ नहीं बाकी,
यह साली प्यार किसे हराया आखिर?
     
               Made this from the lyrics in the movie Lootera after enjoying the movie..Such a pleasing watch !!!

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